Friday, May 7, 2021

Two Line Hindi shayari

 

मेरे हर बार गले लगने को चाहत समझ

आदमी थक के भी दीवार से लग जाता है

 

मुझे पाने की तुम जिद ना करो..

किसी की छोड़ी हुई मोहब्बात हूँ मैं..

 

ये तो शक़्ल इजाज़त नहीं देती साहब,

वरना ज़ज्बा हम भी रखते हैं गर्लफ्रेंड रखने का


यकीन मानो जुल्म हुआ है तुम पर..

मैंने देखी है तस्वीर तुम्हारे शौहर कि

 

 

Thursday, May 6, 2021

Dard shayari

तुम मेरे सामने लग जाते हो ग़ैरों के गले ••

मैं बुरा मानता थोड़ी हूँ , मगर लगता है !

 

बूढ़े फ़कीर को मिली दर दर की ठोकरें,

नोट मिल रहे थे उसे, जो भिखारन जवान थी!!

 

पाकीजा मोहब्बत है सरेआम न करना,,,

राजी ना हो यार तो बदनाम न करना

 

Tuesday, May 4, 2021

CORONA Shayari

 CORONA

मैं तो फिर भी गले लगाने को तैयार हूँ,..तुम्हें.

ये जानते हुए भी कि हाथ मिलाने से लोग मर रहे हैं...!!

 

लंका नही जीत सके तो क्या हुआ।

सूर्यनखा की नाक तो काट दी।

 

मेरी पसंद को ,

मैं पसंद हूँ

बस इसी बात का घमण्ड है

Biwi

तुम ‘सुकून हो मेरा...

और सच कहूँ ...

तो..

तुम्हीं ‘सरदर्द भी हो.

 

कुछ अच्छा हूं कुछ कमी लिए फिरता हूं

मै वहीं शक्स हूं जो जख्म पर हसी लिए फिरता हूं।।

 

मेरे इज़हार करने पर कुछ यूंँ हां कहा उसने,

बात करते करते मेरी माँ को माँ कहा उसने.

 

कोई किस्त है जो अदा नहीं है,

साँस बाकी है पर हवा नहीं है

नसीहतें, सलाहें, हिदायतें तमाम,नुस्ख़ा हैं

 पर दवा नहीं है

आँखें भी ढक लीजिये संग मुँह के,

मंज़र वाक़ई अच्छा नहीं है

हर एक शामिल है इस गुनाह में,

कुसूर किसका है ये पता नहीं है।

अपना और अपने परिवार का स्वयं ध्यान रखें