मेरे हर बार गले लगने को चाहत न समझ
आदमी थक के भी दीवार से लग जाता है
मुझे पाने की तुम जिद ना करो..
किसी की छोड़ी हुई मोहब्बात हूँ मैं..
ये तो शक़्ल इजाज़त नहीं देती साहब,
वरना ज़ज्बा हम भी रखते हैं गर्लफ्रेंड रखने का
यकीन मानो जुल्म हुआ है तुम पर..
मैंने देखी है तस्वीर तुम्हारे शौहर कि
तुम्हें कैसे लगा की मैं फ़ोन नंबर भूल जाऊँगा
मुझे तो रोल नंबर भी तुम्हारा याद है अब-तक
साथ तुम्हारे तब भी होंगे, जब तुम्हारे साथ न होंगे
रिश्ते तब भी रहेंगे ज़िंदा जब हाथों में हाथ न होंगे
दिल देने लेने की अब उमर कहां, 💞
अब बात किडनी तक पहुंच रही हैं
पूरी ना हो अलग बात है, लेकिन....
ख्वाहिशें हर एक दिल में रहती है..
दूरियां तो पहले ही आ चुकी थी ज़माने में,
कोरोना ने आकर इल्ज़ाम अपने सर ले लिया
तो पहले अपना नाम बता दूँ तुमको,
फिर चुपके-चुपके धाम बता दूँ तुमको;
तुम चौंक नहीं पड़ना, यदि धीमे-धीमे
मैं अपना कोई काम बता दूँ तुमको।
तेरी जुदाई ने मुझे खा लिया वरना,
मैं अपने दोस्तों में सबसे खूबसूरत लड़का था
हमको किरदार जिसका होना था
वो कहानी हमको मिली ही नही
फिर मेरै हिस्से मे आएगा, समझोता कोई,,,
आज फिर कोई कह रहा था"समझदार"हुं में..
रंग उसी का चढ़ा है अब तक
जिसने रंग लगाया नहीं अब तक
समझदार ही करते है गलतिया अकसर...
कभी देखा है किसी पागल को मोहब्बत करते...
पडा़ रहने दे मुझको भी किसी कोने में एक माली,
मैं कांटा ही सही लेकिन, मिला तो हूँ गुलसितान में
मां बाप की सिखाई हर बात याद रखना
शुकराना करते रहना और अपनी औकात याद रखना..!
यू कलम उठाकर कोई शायर नही होता
#मुरशद...
चोट दिलों की भी होनी चाहिए।
झूठ क्यू बोलू में, मैं तो साफ़ साफ़ लिक्खूँगा,
मैं तुम्हें भी चाहता हूँ,तुम्हारे ज़िस्म से भी लिपटूंगा
गुजर ही जाती है दर्द में हर रात आखिर
कोई याद न करे तो क्या सुबह नही होती
वफा करना हर किसी के बस की बात नहीं होती
ये खासियत खून और नस्लों में पाई जाती है.
मेरी नाकामियां हैं सिर्फ मेरी,
मगर,
मेरी शोहरत में आप सबका हिस्सा होगा.
जिस से पूछें तेरे बारे में यही कहता है
खूबसूरत है, जरुरी नहीं वफादार भी हो..!
बिखरा, मगर जिंदगी से भरपूर मिलेगा...
कमरा बच्चों का, चुपके से देखिये कभी.
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