Sunday, September 15, 2019

दिल धक् धक्

Unlimited Fun

अगर मुझे देखकर भी तुम्हारा #_दिल धक् धक् नही करता तो
#_हार्ट की प्रॉब्लम है तुम्हें।,


तनख़्वाह सी हो गई हो तुम..
कभी पूरी तरह से मेरी होती ही नहीं

मालूम सबको है ज़िन्दगी बेहाल है ...,
लोग फिर भी हंस के पूछते हैं, "क्या हाल है

ख़्वाहिशें मेरे दिल से निकल गईं आँधी की तरह,
नौकरी सुकून का बँटवारा कर गई गांधी की तरह

सफलता के रिश्तेदार भी होते हैं
असफलता तो अनाथ होती है

करके बड़े - बड़े वादे......तोड़ गई वो
समझ ही नही आया की,,,,,"माशुकाथी या "सरकार

बहुत कर ली तेरे इश्क़ में शायरियां
अब तेरे करतूतों पर किताब लिखूंगा जानेमन

हर शख्स को नफ़रत है झूठ से  ..!!!
मैं परेशा हूँ  सोच कर कि ये झूठ  बोलता कौन है
मोहब्बत भी उधार कि तरह होती है
....। साहब ।....
लोग ले तो लेते है ..
मगर देना भूल जाते है.

बिखरने देता हूँ अपने होंठों पे हँसी की फुहारों को साहब
प्यार से बात कर लेने से मेरी दौलत कम नहीं होती

नीयत" तो हमारी बस तुम्हें "चाहने" की है..."🌹
नियती" को क्या "मंज़ूर" है ये तो "रब" ही जाने

ये तो ज़मीन की फितरत है की, वो हर चीज़ को मिटा देती हे वरना,
तेरी याद में गिरने वाले आंसुओं का, अलग समंदर होता

जो कहती थी, तुम्हारे अलावा मेरे दिल मे किसी के लिए जगह नही है,
आज उसी के दिल मे कुंभ का मेला लगा हुआ है

जो शायरियाँ लिखी थी तेरे इश्क़ की ख़ुमारी में ..😔
आज उसकी कीमत दस रु लगाई है कबाड़ी ने

रही ना अब पहले जैसी नादानी इस उम्र मे,
समझदारो की संगत मेरा बचपना ले डूबी

क़िताब-ए-दिल का कोई भी स़फा ख़ाली नहीं होता,
दोस्त वहाँ भी हाल पढ़ लेते हैं, जहाँ कुछ लिखा नहीं होता.

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