Tuesday, September 10, 2019

तेरी महफ़िल में


दुनिया में सुख


आएंगे हम याद तुम्हें एक बार फिर से,
जब तेरे अपने फैसले तुजे सताने लगेंगे


अजीब अँधेरा है साकी तेरी महफ़िल में;
हमने दिल भी जलाया तो भी रौशनी  हुई!

दर्पण में मुख
दुनिया में सुख
होता नहीं
बस दिखता है
                                       



खुशी के फूल
    उन्हीं के दिलों में खिलते हैं,
   जो अपनों से
   *अपनों की तरह मिलते हैं

जिन्दगी को हमेशा मुस्कुरा के गुजारो,
क्योंकि
आप नहीं जानते की "यह कितनी बाकी है


सपनों की दुनिया में हम खोते चले गए,
मदहोश न थे पर मदहोश होते चले गए,
ना जाने क्या बात थी उस चेहरे में,
ना चाहते हुए भी उसके होते चले गए।

हम ना पा सके तुझे मुदतों से चाहने के बाद...
किसी और ने अपना बना लिया तुझे चंद रसमे निभाने के बाद.

दिल जो टूटा तो कई हाथ दुआ को उठे,
ऐसे माहौल में अब किसको पराया समझें।

समंदर की आँखों में भी प्यास होती है
कभी कभी  मेरी माँ भी उदास होती है!

खुदा तू मेरे जितना खुशनसीब कहा ,
जो मेरे पास है वो माँ तेरे पास कहाँ 
Happy. Mothers day

पूछो उनसे कैसे जीते होंगे #वो..??
जिनको #मोहब्बत और #नफरत
दोनों एक ही इंसान से हो जाती है

सुनो....तुमने तो कहा था कभी नहीं
भूलोगे हमें , फिर .....ये हिचकियाँ कैसे बंद हो गयीं
कभी थोड़ा रो कर कभी मुस्करा कर,
गुज़र ही जाती है जिंदगी धीरे - धीरे..!

मुझसे पहले भी कोई था उसका ,,
मेरे बाद भी वो किसी का है

इल्ज़ाम #बेवजह क्यूं दिया जाए उसे,
क़ुसूर #सारा, #उम्मीदों का था मेरी

अफसोस ???
किस बात का साहब ?
..
तुम मेरे थे ही कब

सुनो,
तरसते तो जरूर होगे तुम



कि कोई चाहे तुम्हें मेरी तरह.

वो खो गया है
जो कभी मिला ही नहीं ..

अब भी इल्ज़ाम--मोहब्बत है हमारे सिर पर,
अब तो बनती भी नहीं यार हमारी उसकी..

वो हमे बता रहे है नज़रअंदाज़ कैसे करते है ,,
हम उन्हें एक रोज़ बताएगें कि अफसोस
कैसे करते है


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